One’s desires can become fully satisfied when one sees the beauty of the Lord.
Srimad Bhagavatam 4.24.45-46,
Srila Prabhupada
कुरुक्षेत्र के युद्धस्थल में सैन्यनिरीक्षण धृतराष्ट्र उवाच कोई च बहावंश्र मद-अर्थेत्यक्त-जीवित: नाना-शास्त्र-प्रहारणां सर्वेयुद्ध-विशारदा: और भी कई वीर हैं जो मेरी Read more
कुरुक्षेत्र के युद्धस्थल में सैन्यनिरीक्षण धृतराष्ट्र उवाच bhavān bhīṣmaś ca karṇaś cakṛpaś ca samitiṁ-jayaḥaśvatthāmā vikarṇaś casaumadattis tathaiva ca आप जैसे Read more
कुरुक्षेत्र के युद्धस्थल में सैन्यनिरीक्षण धृतराष्ट्र उवाच अस्माकां तू विशिष्टता येतन निबोध द्विजोत्तमनायक मामा सैन्यास्यसंज्ञार्थः तन ब्रवं ते लेकिन आपकी Read more
कुरुक्षेत्र के युद्धस्थल में सैन्यनिरीक्षण धृतराष्ट्र उवाच युद्धमन्यु चविक्रांत उत्तमौजां च वीर्यवन सौभद्रोद्रौपदेय: चसर्व एव महा-रथ: शक्तिशाली युधामन्यु, बहुत शक्तिशाली Read more
कुरुक्षेत्र के युद्धस्थल में सैन्यनिरीक्षण धृतराष्ट्र उवाच धृतकेतुं सेकितानांकाशीराजं च वीर्यवन पुरुजित कुंतीभोजं चशैब्यं चनारा-पुंगव: धृतकेतु, सेकिताना, काशीराज, पुरुजित, कुन्तिभोज Read more
कुरुक्षेत्र के युद्धस्थल में सैन्यनिरीक्षण धृतराष्ट्र उवाच अत्रश्र महेव-आसा भीमार्जुन-समा युधि युयुधनो विराणं च द्रुपदंचमहा-रथ: यहाँ इस सेना में भीम Read more